जीवन एक अनमोल तोहफा
जीवन जो एक अनमोल तोहफा है मनुष्य के लिए जो न जाने कितने तप करके एक मानव को प्राप्त होता है यह जीवन उस विधाता के द्वारा दिया हुआ उपहार है, हमारे लिए । इसे कैसे जिया जाये यह निर्भर करता है हमारे उपर । सृष्टि जो जीवन रूपि नईया पर सवार है । यह नईया जो इस जीवन को आर पार लगाती है। यह नईया सागर जैसी गहरी सोंच व संघर्ष के ऊपर तैर कर उस पार जाने का रास्ता तय करती है इस सागर को पार करते समय जीवन में कितनी तुफान बाढ़ का सामना करना पडता है और यदि मनुष्य इस जीवन को संघर्ष के साथ अगर पूरा कर लेता है तो वह जीवन जीने की जो कला होती है उसे सीख लेता है और इन संघर्ष रूपी जीवन एक खुशनुमा शाम में तब्दील हो जाता है। वह शाम जो एक थके हुए आदमी को सुकुन देता है। यह वही शाम है जो इस जहां को शायद शीतलता प्रदान करती रहती है। दिन भर की धूप, धूल-धक्कड़, चिंता-परेशानी को ऐसा धूमिल कर देता है, जिसके आगे सोचने के लिए कुछ नहीं होता। जिस प्रकार एक सुनहरे सुबह का अनमोल तोहफा इस संसार को हर रोज प्राप्त होता है, वह तोहफा है लाली किरणों के साथ पहाड़ों की ओट से निकलता सूरज। यह कुदरत का करिश्मा ही तो है जो हर रोज सुबह की नई आग...